राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में किसानों को वर्मीकंपोस्ट के रूप में अमानक खाद को लेने की बाध्यता समाप्त करने एवं किसान हित में अन्य मुद्दों को लेकर सरना सोसाइटी के कार्यालय में धरना प्रदर्शन किया गया।
इस दौरान भाजपा के पूर्व गृह मंत्री रामसेवक पैकरा और महिला मोर्चा अध्यक्ष शकुंतला सिंह पोर्ते संयुक्त बयान जारी करते हुए कहा कि एक ओर जहां देश की जनता पेट्रोल, डीजल और गैस की कीमतों में आई कमी के लिए केंद्र की मोदी सरकार को सराह रही है, तो दूसरी ओर छत्तीसगढ़ के प्रदेश सरकार की दमनकारी नीतियां किसान और आम गरीब को सताने में कोई कमी नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि पेट्रोल में 9 रुपये और डीजल में 7 पैसे की कमी के साथ उज्जवला गैस में सीधे 200 की राहत देने वाली केंद्र की सरकार ही असल में जनता की परेशानियों को समझने वाली सरकार है।
भाजपा जिला सदस्य विनोद जयसवाल ने कहा छत्तीसगढ़ प्रदेश की भूपेश सरकार का रवैया किसानों के प्रति अति दमनकारी है। जैसे कि वर्मीकम्पोस्ट केचुआ खाद में बालू आधा से अधिक मात्रा में मिलाया गया है ताकि किसानों का उपज कम हो तो सरकार गोबर खाद का उपयोग कर किसानों का अत्यधिक नुकसान हो ताकि खरीदी का बोझ सरकार पर ना रहे।