रिपोर्टर-सुरेश कुमार यादव
जांजगीर चाम्पा-- बलौदा विकासखंड के अंतर्गत चांपा समीप ग्राम कोसमंडा के हाई स्कूल में कक्षा 12वीं में 129 छात्रों में सिर्फ 43 छात्रों के उत्तीर्ण होने का मामला ने तूल पकड़ लिया है शिक्षा व्यवस्था की चरमराई स्थिति को समाचार पत्रों ने
प्रमुखता से छापा है इसका संज्ञान लेते हुए छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व सचिव गिरधारी यादव सहित जनपद सदस्य संजय रत्नाकर समाजसेवी मोहन यादव कृष्णा दास सहित प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर छात्रो के निराशाजनक परिणाम पर कोसमंदा हाई स्कूल के प्राचार्य व शिक्षकों की उदासीनता की शिकायत की है। ज्ञापन में प्रतिनिधिमंडल ने कहा है कि हाई स्कूल ग्राम कोसमंदा में शिक्षको का आने जाने का निर्धारण नही है अधिकाशत: अनुपस्थित शिक्षको के कारण छात्रों में पढ़ाई का स्तर बहुत कमजोर है उपस्थिति दर्ज कराने के लिए शिक्षकों द्वारा रजिस्टर में हस्ताक्षर कर दिए जाते है पूरा स्कूल प्रबंधन अव्यवस्थित संचालित हो रहा है इस संबंध में कांग्रेस नेता गिरधारी यादव ने बताया कि छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार चहुमुखी विकास की दिशा में कार्य कर रही है वही ग्राम कोसमंदा में शिक्षा का गिरता स्तर सरकाम को बदनाम कर रहा है यहा यह आलम है कि स्कूल से बच्चे टीसी निकालकर दूसरी जगह पढ़ने के लिए विवश हैं एक समय ऐसा था की ग्राम कोसमंदा क्षेत्र में अच्छे स्कूलों में शुमार था किंतु इन 10 वर्षों में स्कूल की हालत कमजोर हो गई है इसके लिए स्कूल प्रबंधन की उदासीनता अनियमितता जिम्मेदार है जनपद सदस्य संजय रत्नाकर ने जानकारी दी है कि पत्र के माध्यम से मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री से कोसमंदा हाई स्कूल का पूरा स्टाफ परिवर्तित कर व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने कहा गया है।ज्ञात हो कि ग्राम कोसमंदा हाई स्कूल के अव्यवस्था को लेकर इससे पूर्व भी कई बार प्रशासन व शिक्षा विभाग से शिकायत की जा चुकी है किंतु इस दिशा में कोई भी ठोस कदम नहीं उठाया गया उल्टे कुछ समय पूर्व शिकायत की जांच के लिए एक कमेटी गठित की गई थी किंतु दुर्भाग्य है कि कमेटी में जिनकी शिकायत की गई थी वही सदस्य के रूप मे शामिल थे और जांच को प्रभावित कर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया परिणाम स्वरूप यहां हाई स्कूल में इस वर्ष कक्षा 12वीं में 129 छात्रों में से सिर्फ 43 छात्र उत्तीर्ण हो पाए जिससे पालको में आक्रोश है वही छात्र-छात्राएं अपने भविष्य को लेकर चिंतित है ज्ञापन देने वाले प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री सहित शिक्षा मंत्री से उक्त हाई स्कूल की अव्यवस्था एवं कमजोर शिक्षणीय क्रियाकलाप की जांच करते हुए प्रचार्य सहित सभी शिक्षकों का स्थानांतरण कर हाई स्कूल कोसमंदा में सुचारू रूप से नई व्यवस्था स्थापित किए जाने की मांग की है।