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बुधवार, 24 अगस्त 2022

छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी संघ का महा आंदोलन, डीए और एच आर ए दो सूत्रों की मांग, काम बंद, कलम बंद हड़ताल जारी, तहसील कार्यालय से लेकर शासकीय कार्यालय के साथ-साथ पाठशाला में भी लगा ताला, कभी हाथ जोड़े कभी पैर पड़े और कभी भैंस के आगे बीन भी बजाई, सद्बुद्धि के लिए यज्ञ भी किया


 रिपोर्टर खुलेश्वर 

 छत्तीसगढ़ के शासकीय कर्मचारियों ने अपनी दो सूत्रीय मांगों को लेकर सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल आरंभ किया है,लाखों सरगुजा संभाग के कर्मचारी जुलाई में भी यह मांगे सरकार के पास रख चुके हैं और 5 दिन तक अधिकारी व कर्मचारी फेडरेशन ने हड़ताल  भी की थी, तब भी इनकी मांगों पर शासन ने कोई ध्यान नहीं दिया था। 6% डीए बढ़ाकर शासन वाहवाही लूटना चाहती है, जबकि कर्मचारियों के गुजारा के लिए काफी नहीं है, और अधिकारी व कर्मचारी इससे असंतुष्ट है।

 श्री शरद कश्यप की अध्यक्षता में फेडरेशन विकासखंड इकाई फरसाबहार ने दो सूत्रीय मांग डीए (महंगाई भत्ता) बढ़ाने व एच आर ए जिसका मतलब होता है, नियोक्ता द्वारा अपने कर्मचारियों को प्रदाय किया जाता है, जिससे वह किराए पर रहने के खर्च को पूरा कर सकें।

     अधिकारियों व कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से न्यायालय के कामकाज ठप्प है वहीं दूसरी ओर, हर सरकारी दफ्तर में ताले लगे हैं, संबंधित कार्य पर निकले आम जनता के मन में काम ना होने पर आक्रोश की भावना साफ दिखाई दे रही है,स्कूलों में पढ़ाई से लेकर न्यायालय की प्रक्रिया राजस्व निपटारे से लेकर सामान्य सरकारी कार्य ठप्प हो चुके हैं, यह एक ऐतिहासिक हड़ताल है, एक ऐसी हड़ताल जिसमें राजस्व के कर्मचारी व अधिकारी भी शामिल है बताया जाता है कि ऐसी हड़ताल 40 साल पहले हुई थी।

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