रिपोर्टर-सुरेश कुमार यादव
जांजगीर चाम्पा--छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी योजना नरवा गरवा घुरवा बारी में प्रमुख पशुओं के इलाज के लिए स्थानीय पशु चिकित्सालय कोसमंदा में आवश्यक दवाइयां उपलब्ध नहीं है जब कोई किसान पशुओं के इलाज के लिए बुलाया जाता है और इलाज के बाद सीधे यह कह कर पैसे लिए जा रहे हैं की चिकित्सालय में कोई दवा उपलब्ध नहीं है दवा खरीदी के लिए पैसा लिया जा रहा है
क्या छत्तीसगढ़ के चार चिंहारी में पशु चिकित्सको द्वारा किसानों से इलाज के नाम पर उगाही के रूप देखा जा सकता है