रिपोर्टर-सुरेश कुमार यादव
जांजगीर चाम्पा--हमेशा विवाद में रही सिवनी(चाम्पा) सरपंच लखेकुमारी चन्द्र कुमार राठौर की जिद ने शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सिवनी में आयोजित स्वतंत्रता दिवस समारोह को विवाद में लाकर रख दिया। सरपँच की हठधर्मिता और असहयोगात्मक रवैया के कारण राष्ट्रीय पर्व का खुशनुमा माहौल विवादित और अशांत हो गया।
मामला शासकीय हायर सेकंडरी विद्यालय परिसर में ध्वजारोहण का है। सिवनी सरपँच हायर सेकेंडरी परिसर में ध्वजारोहण करने का ऐसा जिद लेकर चल रही है कि हर राष्ट्रीय पर्व में यह अवसर विवादित होते जा रहा है । संस्था के प्राचार्य द्वारा सरपँच के अतिरिक्त गांव के अन्य दो बड़े जनप्रतिनिधि जिला पंचायत सदस्य अथवा जनपद उपाध्यक्ष का नाम प्रस्तावित करने पर सरपँच और सरपँच पति चंद्रकुमार द्वारा खुलकर विरोध किया जाता रहा है और भरे बैठक में प्राचार्य को धमकी भरे लहजे में सरपँच के द्वारा ही ध्वजारोहण कराए जाने हेतु दबाव बनाया गया। उल्लेखनीय है सिवनी से इस बार जिला पंचायत सदस्य क्र 13 उमा राजेन्द्र राठौड़ निर्वाचित है और सिवनी से ही नम्रता नामदेव जनपद पंचायत की उपाध्यक्ष भी है। ऐसे में ग्रामवासी और संस्था के प्राचार्य की इच्छा रहती है कि तीनों जनप्रतिनिधि संस्था में या तो बारी बारी से या सामूहिक रूप से ध्वजारोहण करे, जिसका सरपँच पति चंद्रकुमार राठौर द्वारा हर बार अपनी दबंगई से विरोध किया गया । ऐसे में ध्वजारोहण के विषय मे स्कूल के शाला प्रबंध एवम विकास समिति की बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया कि गाँव के तीनो जनप्रतिनिधि जिला पंचायत सदस्य, जनपद उपाध्यक्ष और सरपँच द्वारा सामूहिक रूप से ध्वजारोहण किया जाएगा। प्रबंध समिति के द्वारा पारित प्रस्ताव के पालन अनुक्रम में ही स्वतंत्रता दिवस के सुबह शाला प्रांगण में कार्यक्रम का संचालन करते हुए प्राचार्य पी के आदित्य द्वारा तीनो जनप्रतिनिधियों को ध्वजारोहण के लिए आमंत्रित किया गया। ध्वजारोहण के लिए जब जिला पंचायत सदस्य, जनपद उपाध्यक्ष और सरपँच तीनो ध्वज स्तम्भ के पास गए , तभी सरपँच लखेकुमारी राठौर और सरपँच पति चंद्र कुमार राठौर ने दबंगई दिखाते हुए जिला पंचायत सदस्य और जनपद उपाध्यक्ष को ध्वजारोहण से मना करते हुए दोनो को दूर हटने को कहा। प्राचार्य द्वारा और शाला प्रबंध समिति के अध्यक्ष द्वारा सरपँच को ऐसा अपमान न करने का निवेदन भी किया गया। प्राचार्य ने माइक से सरपँच और सरपँच पति चंद्रकुमार राठौर को ऐसी जिद न करके तीनो जनप्रतिनिधियों के द्वारा ध्वजारोहण करने की बात कही, लेकिन सरपँच और उसके पति ने भरे सभा मे छात्र छत्राओ के बीच जिला पंचायत सदस्य और जनपद उपाध्यक्ष के पद की गरिमा और पद प्रोटोकाल की अवहेलना करते हुए दोनो को साइड करते हुए ध्वजारोहण कर दिया गया। ऐसा करके सरपँच और उसके पति ने शाला विकास एवम प्रबंध समिति के द्वारा विधिवत पारित प्रस्ताव का भी उल्लंघन किया है। जिसकी लिखित शिकायत चाम्पा थाना में की गई है। जिला और जनपद स्तर के निर्वाचित दो बड़े जनप्रतिनिधियों के पद की गरिमा को धूमिल करने और उन्हें ध्वजारोहण से वंचित करने की बात पर जिला पंचायत सदस्य और जनपद उपाध्यक्ष ने छ्ग सरकार के कैबिनेट मंत्री शिव डहरिया और जिला के उच्चस्थ पदाधिकारियो से भी शिकायत की गई है। दोनो पीड़ित जनप्रतिनिधियों ने जिला सीईओ और अनुविभागीय अधिकारी से भी शिकायत की, जिस पर दोनो ने नाराजगी जताते हुए लिखित आवेदन देने को कहा है।
पूरे गांव में सरपँच की इस हठधर्मिता और जिद की निंदा हो रही है, सबका यही कहना है कि तीनों पदाधिकारी गाँव की जनता के द्वारा चुने गए है, तीनो मिलकर ध्वजारोहण करे तो सरपँच को इसका विरोध नही करना चाहिए। सरपँच और उसके पति के इस अपमानजनक रवैया से गाँव की ऊँन समस्त मतदाताओं का भी अपमान हुवा है जिंन्होने जिला पंचायत सदस्य और जनपद उपाध्यक्ष का निर्वाचन किया है। विदित हो कि पिछले गणतंत्र दिवस के अवसर पर संस्था के प्राचार्य द्वारा ध्वजारोहण कर दिए जाने पर सरपँच पति चंद्रकुमार राठौर द्वारा उनको भी सबके सामने धमकाया गया और अपशब्द कहा गया था। सरपँच और उसके पति का दुस्साहस इतना बढ़ा हुवा है कि ध्वजारोहण के विषय पर शाला प्रबंध समिति की बैठक में सरपँच लखेकुमारी ने जिला पंचायत सदस्य और जनपद उपाध्यक्ष को जान से मारने की धमकी देने के प्रयोजन से खून की होली खेलने की बात कही। जिसका उल्लेख भी दोनो जनप्रतिनिधियों ने थाना में अपने एफआईआर में कराया है।