गिद्ध की नजर हमेशा लाश पर रहती है उसे जिंदा बस्ती पसंद नहीं। जशपुर की प्राकृतिक छटा से गिद्धों को क्या लेना देना उन्हें तो बस्तियां वीरान करने की आदत है उन्हें तो मुर्दों का व्यापार करना है जसपुर जिला पहले से ही 52 प्रतिशत जंगल से गिरा है यहां खेती की जमीन की कमी है सदियों से अपने रंग में रह रहे वन वासियों ने क्षेत्र को बहुत संभाल कर रखा है अब गिद्धों की मनसा जशपुर को वीरान करने की है। रायगढ़ जैसे उपजाऊ जिले को तो पहले ही ये लहूलुहान कर चुके हैं पर याद रहे यह दिलीप सिंह जूदेव की धरती है उनका संकल्प हमारा संकल्प है वनवासियों के जशपुर की रक्षा का जो वचन उन्होंने दिया था वह हमारी प्रतिबद्धता है। प्रबल प्रताप सिंह जूदेव जीते जी उसका अक्षरशः पालन होगा और वनवासियों के जल,जंगल,जमीन पर जो भी गिद्ध दृष्टि डालेगा उसका सर्वनाश तय है।सबकुछ जानते हुए भी जो दलाल चंद रुपयों की खातिर अपना जमीर बेच दिए उन्हें भी सबक सिखाया जाएगा। वक्त का इंतेजार करें।आप इको फ्रेंडली प्रोजेक्ट लाइये मैं पैर धोकर आपका स्वागत करूंगा परंतु पर्यावरण से खिलवाड़ बर्दास्त नहीं।
मंगलवार, 27 जुलाई 2021

Home
Unlabelled
इको फ्रैंडली प्रोजेक्ट लाइये मैं पैर धोकर आपका स्वागत करूंगा :~ प्रबल प्रताप सिंह जूदेव