बलरामपुर 17 सितम्बर 2021

जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार तथा सुदूर अंचलों तक लोगों की स्वास्थ्य जांच के लिए लगातार शिविर आयोजित किये जा रहे है। विशेष पिछड़ी जनजाति बाहुल्य वाले इलाकों को केन्द्रित कर स्वास्थ्य विभाग द्वारा शिविर के माध्यम से लोगों की सघन जांच की जा रही है। इसी क्रम में विकासखण्ड बलरामपुर के ग्राम लिलौटी व सरगंवा तथा विकासखण्ड वाड्रफनगर के 13 गांवों में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन कर गैर संचारी रोगों सहित हिमोग्लोबिन, मलेरिया, वजन आदि की जांच की गयी। वाड्रफनगर के विशेष पिछड़ी जनजाति बाहुल्य वाले 13 गांवों में आयोजित शिविर में 241 लोगों की जांच कर निःशुल्क दवाईयां भी दी गयी। जनजागरूकता के लिए प्रशासन विशेष पहल के साथ डोर-टू-डोर अपनी पहुंच बना रहा है। विशेष पिछड़ी जनजाति बाहुल्य वाले इलाकों के लिए कलस्टर बनाकर विशेष एम्बुलेंस की व्यवस्था की जा रही है ताकि आपात स्थिति में समय पर उन्हें अस्पताल पहुंचाया जा सके।
ज्ञात हो कि जिले में निवासरत विशेष पिछड़ी जनजाति परिवारों के समग्र विकास व मुख्यधारा से जोड़ने हेतु प्रशासन द्वारा विशेष समाधान व स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। जिले के समस्त विकासखण्डों में समाधान व स्वास्थ्य शिविर आयोजित कर प्राथमिकता के साथ उनके प्रकरणों का निराकरण व स्वास्थ्य की जांच की जा रही है। इस उद्देश्य की पूर्ति हेतु सर्वप्रथम प्रशासन ने जनपद पंचायत के माध्यम से विशेष पिछड़ी जनजातीय परिवारों का सर्वे कर आधारभूत जानकारी एकत्रित की, तत्पश्चात निरंतर समाधान शिविर का आयोजन किया जा रहा है। आगामी दिनों में भी आयोजित होने वाले शिविरों की तैयारियां पूर्ण कर ली गयी है। प्रशासन द्वारा वृहद स्तर कार्य योजना तैयार कर विशेष पिछड़ी जनजाति परिवारों के शिकायत व समस्या निवारण हेतु अनुभाग स्तरीय समिति भी गठित की गयी है। समिति में अनुभाग स्तरीय अधिकारियों के साथ-साथ प्रत्येक विकासखण्ड में निवासरत पहाड़ी कोरवा व पण्डों समाज के सदस्यों को शामिल किया गया है। प्रशासन की मंशा है कि जनजागरूकता के माध्यम से विशेष पिछड़ी जनजाति के परिवारों को मुख्य धारा से जोड़ने के हरसंभव प्रयास को सर्वाेच्च प्राथमिकता दी जाये तथा समुदाय के सहयोग से ही यह संभव हो पायेगा